Carpal tunnel syndrome

कार्पल टनल सिंड्रोम

Close up of woman's hand holding the wrist of her other hand

कार्पल टनल सिंड्रोम (CTS) क्या है?

कलाई में आठ छोटी हड्डियाँ होती हैं जिन्हें कार्पल हड्डियाँ कहा जाता है। ये हड्डियाँ एक अर्ध-वृत्त बनाती हैं, और टिश्यू का एक सख्त बैंड (कार्पल लिगामेंट) इन हड्डियों के ऊपर एक शीर्ष स्थान बनाता है। इस सुरंग को ‘कार्पल टनल’ के नाम से जाना जाता है। इस सुरंग से गुजरने वाले टेंडन होते हैं जो उंगलियों और अंगूठे और माध्यिका तंत्रिका को हिलाते हैं। जब माध्यिका तंत्रिका सुरंग में संकुचित (सिकुड़ या दब जाती है) हो जाती है, तो यह CTS के लक्षणों का कारण बनती है। Illustration of hand showing where the carpel tunnel is situated in the wrist गर्भावस्था के दौरान, शरीर स्वाभाविक रूप से अधिक तरल पदार्थ को बनाएं रखता है, और हाथों की सूजन सामान्य है। यदि इस द्रव में से कुछ को कार्पल टनल में स्थानगत किया जाता है, तो इससे माध्यिका तंत्रिका पर दबाव पड़ता है जिससे CTS के लक्षण होते हैं। 62% तक गर्भवती महिलाएं CTS विकसित करती हैं। ये लक्षण जन्म के बाद भी आम हैं।

सामान्य लक्षण क्या हैं?

लक्षण आमतौर पर अंगूठे, तर्जनी और मध्यमा उंगलियों में महसूस होते हैं। आपके एक या दोनों हाथों में लक्षण हो सकते हैं। लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:
  • आपकी कलाई, हथेली या अग्रभाग में दर्द
  • ‘पिन्स और सुइयां’
  • सुन्न होना
  • कमजोरी के कारण ढीली पकड़ या भद्दापन होता है
  • उंगलियों में जलन महसूस होना
  • हाथ सूजे हुए दिखाई दे सकते हैं
लक्षण रात में बदतर हो सकते हैं और आपके जागने का कारण बन सकते हैं और सुबह और ज्यादा ख़राब हो सकते हैं । यह सोने की स्थिति, और/या मांसपेशियों की शिथिलता के कारण हो सकता है जो दिन के वक्त शरीर के बाकी हिस्सों में द्रव को पुनर्वितरित करने का काम करती हैं।

आप अपनी मदद के लिए क्या कर सकती हैं?

पोज़िशनिंग

तंत्रिका पर दबाव डालने से बचने के लिए अपनी कलाइयों को सीधा रखें। आपको कलाई की पट्टी को रात में और दिन में आराम करते समय उपयोगी लग सकती हैं। स्प्लिंट्स को बहुत कसकर न डालें और जब तक सलाह न दी जाए उन्हें लगातार न पहनें।

विश्राम

सभी गैर-जरूरी गतिविधियों को कम करें, जैसे खरीदारी, ढोना, उठाना और टाइपिंग और लिखने जैसे कार्यों को दोहराना।

बर्फ़

कलाई/हाथ के हिस्सें पर आइस पैक का उपयोग करने से सूजन और दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है। 10 मिनट के लिए छोड़ दें।

कॉन्ट्रास्ट स्नान

बारी-बारी से गर्म और ठंडे का उपयोग करना भी दर्द और सूजन को कम करने में सहायक हो सकता है। आप इसे या तो एक आइस पैक और चाय के तौलिये में लपेटी गई गर्म पानी की बोतल का उपयोग करके या अपने हाथों को ठंडे या गर्म पानी में डुबो कर कर सकती हैं। 5-6 मिनट के लिए, बारी-बारी से 30 सेकंड के लिए गर्म और ठंडे से करें, हमेशा ठंडे के साथ समाप्त करें। ऐसा आप दिन में 3-4 बार कर सकती हैं। सावधानियां: हाथ डूबाने से पहले हमेशा पानी का तापमान जांच लें।

ऊंचाई/एलिवेशन

जब संभव हो, सूजन को कम करने के लिए अपनी कलाइयों को अपने दिल की स्तर से ऊपर तकिए पर रखें। यह रात में बहुत उपयोगी हो सकता है – याद रखें कि अपने हाथों को तकिए के नीचे रखकर न सोएं।

गतिविधि/व्यायाम

आराम की अवधि के बीच दिन भर में किए गए ये व्यायाम आपके लक्षणों में राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। हर दिन कम से कम तीन बार व्यायाम करने का लक्ष्य रखें। 1. अपनी उंगलियों को सीधा रखते हुए अपनी कलाइयों को मोड़़ें और सीधा करें। प्रत्येक स्थिति में 5 सेकंड के लिए रुकें और x10 बार दोहराएं 2. हाथ को दबाएं। एक मुट्ठी को बनाकर खोलें (यह अपने हाथों को ऊपर उठाकर किया जा सकता है)। आप एक स्ट्रेस बॉल को भी दबा सकती हैं: 3. उंगलियों को मोड़ना है सीधा करना है। बाँह सीधी, कलाई और उंगलियां सीधी। अब अपनी उंगलियों को नीचे की ओर मोड़े, अपनी उंगलियों के टिप्स को अपनी हथेली के सिरे पर छूने का प्रयास करें। फिर से सीधा करें। 10 बार दोहराएं:

सामान्य सलाह

यदि आपके बच्चे के जन्म के बाद भी आपके लक्षण बने रहते हैं तो आपको अपने GP से बात करनी चाहिए जो आपको असेसमेन्ट और देखभाल के लिए रेफ़र कर सकता है।