Commonly used medicines after birth

जन्म के बाद सामान्य पर इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं

Pills spilling out of the neck of a medicine bottle onto a table top

1. एनाल्जेसिक (दर्द निवारक)

a) पैरासिटामोल (500 मिलीग्राम टैबलेट)

इसका क्या उपयोग है? पेरासिटामोल दर्द से राहत और उच्च तापमान को कम करने का काम करता है। यह सिरदर्द, दांत दर्द, गले में खराश, रूमेटिक पीड़ा और दर्द, इन्फ्लूएंजा के लक्षण और बुखार सहित हल्के से मध्यम दर्द से प्रभावी राहत प्रदान कर सकता है। मैं इसे कैसे ले सकती हूँ? पेरासिटामोल नियमित रूप से या दर्द के लिए आवश्यक होने पर लिया जा सकता है। खुराक: 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के वयस्क और युवा व्यक्ति: आवश्यकतानुसार, 2 गोलियाँ दिन में 4 बार तक लें। गोलियों को पानी के साथ लेना चाहिए। केवल उतना ही लें जितना आपको लक्षणों से राहत के लिए चाहिए और प्रत्येक खुराक के बीच में कम से कम 4 घंटे छोड़ दें। 24 घंटे में 8 से अधिक गोलियां न लें। इसके क्या – क्या दुष्प्रभाव हैं? पेरासिटामोल आमतौर पर ज्यादातर लोगों में भली-भाँति सहन कर लिया जाता है। क्या स्तनपान के दौरान इसका उपयोग करना सुरक्षित है? आमतौर पर पेरासिटामोल का स्तनपान के दौरान प्रयोग किया जाता है।

b) को-डाइड्रामोल

इसका क्या उपयोग है? को-डाइड्रामोल (10/500 10mg डायहाइड्रोकोडीन और 500mg पैरासिटामोल) पैरासिटामोल और डायहाइड्रोकोडीन का एक संयोजन है। डायहाइड्रोकोडीन पेरासिटामोल से अधिक सशक्त होता है और इसका उपयोग हल्के से मध्यम दर्द से राहत के लिए किया जाता है। यदि आपका सिजेरियन सेक्शन हुआ है, या आपको प्रसव के बाद मध्यम दर्द है, तो आपको अस्पताल से डिस्चार्ज मिलने पर को-डाइड्रामोल की 30 गोलियों का एक बॉक्स दिया जा सकता है। मैं इसे कैसे ले सकती हूँ? खुराक: सह-डाइड्रामोल 1 से 2 गोलियाँ हर 6 घंटे में जब आवश्यक हो तब दिन में अधिकतम 4 बार। 24 घंटे में 8 से अधिक गोलियां न लें। हम सलाह देते हैं कि आप दर्द निवारक को लेना बंद कर दें और जल्द से जल्द इन गोलियों को पेरासिटामोल से बदलें जो आमतौर पर 3-4 दिनों के बाद होता है। चूंकि इन गोलियों में पेरासिटामोल होता है, इसलिए आपको एक ही समय में कोई अन्य पेरासिटामोल टैबलेट नहीं लेना चाहिए। को-डाइड्रामोल लेते समय शराब का सेवन न करें। इसके क्या – क्या दुष्प्रभाव हैं? डायहाइड्रोकोडीन के सबसे आम दुष्प्रभाव उनींदापन, कब्ज, बीमार महसूस करना या मुंह सूखना है। यदि आप को-डाइड्रामोल लेते समय कब्ज का अनुभव करती हैं, तो आपको एक जेंटल लैक्सटिव लेने की सलाह दी जा सकती है। क्या स्तनपान के दौरान इसका उपयोग करना सुरक्षित है? डायहाइड्रोकोडीन का उपयोग स्तनपान के दौरान दर्द निवारक के रूप में किया जा सकता है जहां पेरासिटामोल प्रभावी नहीं रहा है। कम से कम समय के लिए न्यूनतम प्रभावी मात्रा का उपयोग करें। महत्वपूर्ण: हालांकि इन सह-डाइड्रामोल गोलियों में डायहाइड्रोकोडीन की एक छोटी मात्रा होती है, यदि आप इसे लेते समय स्तनपान कर रही हैं, तो अपनी दाई को तुरंत सूचित करें यदि आपके बच्चे की ड्राउजीनैस में वृद्धि, दूध पीने में कठिनाई, सांस लेने में समस्या या कुछ और असामान्य दिखा रहा है। शोध से पता चला है कि कुछ बच्चे दूसरों की तुलना में इन दुष्प्रभावों के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकते हैं। यदि आप स्तनपान के दौरान डायहाइड्रोकोडीन के उपयोग के संबंध में कोई और जानकारी चाहती हैं, तो कृपया अपनी दाई/डॉक्टर से इस बारे में चर्चा करें।

c) इबुप्रोफेन

इसका क्या उपयोग है? इबुप्रोफेन एंटी-इंफ्लेमेटरी दवा है जिसका उपयोग विभिन्न स्थितियों में सूजन का इलाज करने के लिए किया जाता है। यह आमतौर पर जन्म के बाद दर्द और सूजन को कम करने में मदद करने के लिए उपयोग किया जाता है। मैं इसे कैसे ले सकती हूँ? एक गिलास पानी के साथ गोलियां पूरी निगल लें। गोलियां भोजन के साथ या बाद में लें। खुराक: वयस्क: 400 मिलीग्राम दिन में तीन बार, 8 घंटे के अंतराल पर, अक्सर एक प्रक्रिया के बाद इसको निर्धारित किया जाता है। यदि आपको जन्म या किसी प्रक्रिया के बाद डाइक्लोफेनाक सपोसिटरी दी गई है, तो आप 18 घंटे बाद तक इबुप्रोफेन शुरू नहीं कर सकती। दर्द में आराम आने पर खुराक को 200mg, दिन में तीन बार तक कम किया जा सकता है। इबुप्रोफेन का उपयोग किसे नहीं करना चाहिए? निम्नलिखित में से किसी भी स्थिति वाली महिलाओं को इबुप्रोफेन लेने से पहले डॉक्टर, दाई, या फार्मासिस्ट से सलाह लेनी चाहिए यदि इसका इतिहास है:
  • अस्थमा या सांस लेने में समस्या
  • पहले हुआ पेट का अल्सर
  • एस्पिरिन, डाइक्लोफेनाक और अन्य गैर-स्टेरायडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाओं (एनएसएआईडी) से पहले हुआ रिएक्शन
  • अन्य चिकित्सीय स्थितियां, जैसे किडनी रोग, हृदय रोग, रक्त के थक्के विकार, यकृत रोग।
इसके क्या – क्या दुष्प्रभाव हैं? आम दुष्प्रभावों में सिरदर्द, चक्कर आना, बीमार महसूस करना और दस्त शामिल हैं। महत्वपूर्ण: दवा लेना बंद कर दें और तत्काल सहायता लें यदि आप:
  • आपके मल में रक्त पारित हो (मल/मोशन)
  • ब्लैक टैरी स्टूल पास करें
  • खून या काले कणों जो कॉफी की तलहट की तरह दिखते हैं की उल्टी करें
  • खुजली, ड्राउजीनैस, चेहरे, होंठ, जीभ, मुंह या गले की सूजन जैसी किसी भी एलर्जी की प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ रहा है, जिसके कारण सांस की तकलीफ या स्वैलोइंग में कठिनाई हो सकती है।
स्तनपान के दौरान इबुप्रोफेन को एक उपयुक्त उपचार विकल्प माना जाता है।

2. फेरस सल्फेट (आयरन सप्लीमेंट्स)

इसका क्या उपयोग है? आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया के इलाज के लिए आयरन सप्लीमेंट का उपयोग किया जाता है। जब शरीर को पर्याप्त आयरन नहीं मिलता है, तो आपको अच्छे स्वास्थ्य में रखने के लिए यह आवश्यक लाल रक्त कोशिकाओं की सामान्य संख्या का उत्पादन नहीं कर पाता है। जो महिलाएं गर्भवती हैं या जिन्होंने अभी-अभी जन्म दिया है, उनमें यह स्थिति होना आम बात है। ये दवाएं बॉडी आयरन की जगह काम करती हैं। आयरन एक खनिज है जिसकी शरीर को लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन करने के लिए आवश्यकता होती है। मुझे इसे कैसे लेना चाहिए? इन गोलियों को पानी के साथ निगल लें। यद्यपि आयरन प्रेपरैशन खाली पेट में सबसे अच्छी तरह से अवशोषित होती है, पेट पर प्रभाव को कम करने के लिए इन्हें भोजन के बाद भी लिया जा सकता है। आयरन सप्लीमेंट्स को खाने के एक घंटे पहले या निम्नलिखित उत्पादों को खाने या पीने के दो घंटे के भीतर नहीं लेनी चाहिए: चाय, कॉफी, दूध, अंडे और साबुत अनाज। ये उत्पाद आयरन के अवशोषण को कम कर सकते हैं। खुराक: फेरस सल्फेट 200 मिलीग्राम की गोलियां आयरन की कमी से होने वाले रक्ताल्पता का उपचार: 1 गोली दिन में 2-3 बार। आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया की रोकथाम: प्रति दिन 1 टैबलेट। इसके क्या – क्या दुष्प्रभाव हैं? सभी दवाओं की तरह, फेरस सल्फेट की गोलियों के दुष्प्रभाव हो सकते हैं, जिनमें से सबसे आम हैं कब्ज, दस्त, पेट दर्द, बीमार महसूस करना और काला स्टूल (मल)। क्या स्तनपान के दौरान उपयोग करना सुरक्षित है? स्तनपान कराने के दौरान फेरस सल्फेट की गोलियां आमतौर पर सुरक्षित रूप से उपयोग की जाती हैं। सुनिश्चित करें कि आप अनुशंसित खुराक से अधिक नहीं ले रही हैं। यदि आप फेरस सल्फेट की गोलियों को सहन नहीं पा रही हैं, तो एक विकल्प उपलब्ध है जिसे फेरस फ्यूमरेट कहा जाता है। यह द्रव या गोलियों के रूप में उपलब्ध है जैसा की ऊपर दिया है। वही साइड इफेक्ट और सुरक्षा जानकारी फेरस सल्फेट के लिए लागू होती है।

3. लैक्सेटिव

इसका प्रायोग किस काम के लिये होता है? कब्ज के इलाज के लिए लैक्सेटिव का उपयोग किया जाता है। कब्ज होने से रोकने के लिए मैं और क्या कर सकती हूं? निम्नलिखित संकेत नियमित रूप से मल को त्यागने की आदत को बनाए रखने में सहायक होते हैं:
  • फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ खाएं, जैसे साबुत अनाज की रोटी, फल और सब्जियां।
  • पर्याप्त द्रव पिएं, विशेषत: पानी।
  • नियमित व्यायाम करें।
जन्म के बाद लैक्सेटिव को निर्धारित किया जा सकता है। यदि आपको लगता है कि आपको लैक्सेटिव की आवश्यकता है तो अपनी दाई या डॉक्टर से चर्चा करें। इसके क्या – क्या दुष्प्रभाव हैं? लैक्सेटिव के आम दुष्प्रभावों में पेट का फूलना, पेट में बढ़ी हुई हवा (गैस) और हल्का पेट दर्द महसूस करना शामिल है। गर्भावस्था में/जन्म के बाद आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले लैक्सेटिव:

ए) लैक्टुलोज

लैक्टुलोज एक तरल लैक्सेटिव है जिसका उपयोग कब्ज के इलाज और रोकथाम के लिए किया जाता है। लैक्टुलोज का असर होने में 2-3 दिन लग सकते हैं; इसे आम तौर पर एक हल्का लैक्सेटिव माना जाता है। खुराक: आमतौर पर 10 मिली दिन में दो बार। इसका असर होने के लिए इसको नियमित रूप से लेना चाहिए।

b) फाइबोगेल (इस्पघुला भूसी)

Fybogel एक उच्च फाइबर पेय है जो आपके आहार में फाइबर को बढ़ाने का काम करता है। आहार में बढ़ा हुआ फाइबर कब्ज को धीरे से दूर करने में मदद करता है। Fybogel को हल्का लैक्सेटिव माना जाता है। फायबोगेल का उपयोग करते समय तरल पदार्थ का पर्याप्त सेवन बनाए रखना महत्वपूर्ण है। खुराक: सामान्य खुराक है एक पाउच एक गिलास पानी के साथ मिश्रित, दिन में दो बार तक। क्या जन्म के बाद Lactulose या Fybogel का इस्तेमाल सुरक्षित है? लैक्टुलोज और फायबोगेल रक्त में अवशोषित नहीं होते हैं और केवल पेट पर स्थानीय प्रभाव डालते हैं। दोनों दवाओं को आम तौर पर दाई या डॉक्टर की सलाह के तहत स्तनपान कराने के दौरान उपयोग करने के लिए सुरक्षित माना जाता है।

4. ब्लड क्लॉट (रक्त के थक्के) की रोकथाम

एनोक्सापारिन (जिसे क्लेक्सेन भी कहा जाता है) का उपयोग रक्त के थक्कों को रोकने के लिए किया जाता है। रक्त के थक्के आमतौर पर डीप वैन थ्रोम्बोसिस (DVT) के रूप में आमतौर पर एक पैर की नस में, या पल्मोनरी एम्बोलिज़्म (PE), फेफड़े में रक्त के थक्के के रूप में मौजूद होते हैं। गर्भावस्था के दौरान रक्त के थक्के अधिक सामान्य होते हैं और कुछ महिलाओं को रक्त के थक्कों का खतरा दूसरों की तुलना में अधिक होता है। रोकथाम के साथ-साथ, DVT और PE के उपचार के लिए एनोक्सापारिन की उच्चतर खुराक का उपयोग किया जाता है। क्या स्तनपान के दौरान उपयोग करना सुरक्षित है? एनोक्सापारिन त्वचा के ठीक नीचे (सबक्यूटेनीअस) एक इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है। यह आमतौर पर आपके एब्डोमेन (पेट) की त्वचा की तह में या आपकी जांघ के ऊपरी हिस्से में इसे इंजेक्ट किया जाता है। यदि यह उपयुक्त नहीं है, तो आपको वैकल्पिक जगह पर इंजेक्शन लगाने की सलाह दी जा सकती है। इसे आपकी मांसपेशियों में इंजेक्ट नहीं किया जाना चाहिए। इसे दिन में एक या दो बार दिया जा सकता है। आपको अपने डॉक्टर द्वारा बताए गए समय पर ही खुराक की व्यवस्थापना करनी चाहिए। जन्म/सीज़ेरियन सेक्शन के बाद एक्सोनापारिन का उपयोग कैसे किया जाता है? यदि जन्म के समय आपको रिस्क फैक्टर्स हैं, या विकसित होते हैं, तो आपके लिए एनोक्सापारिन शुरू किया जा सकता है। संभावित रिस्क फैक्टर्स के उदाहरण सीज़ेरियन सेक्शन या संक्रमण हो सकते हैं। यदि आप गर्भावस्था के दौरान एनोक्सापारिन ले रही थीं, तो आपका डॉक्टर चाहेगा कि आप जन्म के बाद भी उसी उपचार पर रहें। वे आपको सूचित करेंगे कि इस उपचार को कब तक जारी रखना है। एनोक्सापारिन (क्लेक्सेन) को कैसे इंजेक्ट करें आप अपने डॉक्टर या दाई द्वारा ऐसा करने का तरीका दिखाए जाने के बाद, या आपका डिस्चार्ज होने पर आपको दिए जाने वाले निर्देश पत्रक का पालन करने के बाद आप एनोक्सापारिन को इंजेक्ट करने में सक्षम होंगी। यह एक सरल प्रक्रिया है और इसे आप घर पर ही कर सकती हैं। इन स्टेपस का अनुसरण करें:
  • अपने हाथों को धोकर सुखा लें।
  • इंजेक्शन की जगह को साफ करें। आपके लिए अगर यह कोई और कर रहा है तो यह सलाह दी जाती है कि वे दस्ताने पहनें।
  • यदि ऐसा करने की सलाह दी जाती है तो इंजेक्शन की जगह को अपनी बाईं या दाहिनी जांघ या अपने पेट के बाहरी हिस्से पर चुनें। यह महत्वपूर्ण है कि आप हर बार जगह बदलें। यदि इंजेक्शन वाली जगह पर खून रिस रहा है, तो हल्का दबाव डालें। रगड़ें नहीं क्योंकि इससे खरोचें लग सकती है।
  • उपलब्ध कराए गए पीले शार्प बॉक्स में सिरिंज को डिस्पोज़ करें। इस बॉक्स को अन्य लोगों की पहुंच से दूर रखना चाहिए।
चेल्सी और वेस्टमिंस्टर अस्पताल NHS फाउंडेशन ट्रस्ट में फार्मासिस्ट द्वारा निर्मित और अनुमति के साथ उपयोग कि जाती है।